गुरुवार, 17 जून 2021

घड़ी बिकट दिन-रेन।

 मानसून बागी हुआ, हैं किसान बैचेन।

लॉकडाउन की छूट में, घड़ी बिकट दिन-रेन।।

बिजली संकट बढ़ चला,महँगाई की मार।
वित्त अनुशासन में विफल, हो गइ ये सरकार।।
सारे भारत में बढे, हिंसा रेप व्यभिचार।
बेसिक मूल्य से अधिक है,पैट्रोल पर अधिभार।।
कोरोना संकट बिकट,मच रई हा हा कार ।
केंद्र राज्य सबंध की,अब उल्टी बहे बयार ! !

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