खेतों में पेड़ों से ज्यादा पत्थर खड़े है
इसलिए किसान भी अस्पताल में पड़े है
तारों ने हिरणो के सीने चलनी किये है
इसलिए सूअरों ने जीने हराम किये है!!
जाली से किया था खेत को तुमने पैक
किसी अस्पताल में नहीं चला तुम्हारा चैक
काट के पेड़ तुमने मेड़ के,घर उजाड़े जीवो के
लाले पड़ गये आक्सीजन वाली सांसो के!!
विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या है आज! पिछले तीन साल से मै किसान ओर पर्यावरण से बहुत करीब से जुड़ा हूँ!लगे रहो मित्रों ओर बधाइयाँ देते रहो पर्यावरण दिवस की! धरातल पर तो जिसे मौका मिला बस लूटा ही है! मैं भी शामिल था पर पिछले तीन साल से ना जाने भगवान ने क्या जिम्मेदारी दी है मैं पैसा नहीं देखकर पर्यावरण ही देख रहा हूँ!खुद से शुरूआत कीजिये मित्रों!कोई खेत में पेड़ अड़ रहा हो ओर आप ये सोचकर उस पर JCB ना चलाओ कि ये तो खेत का पर्यावरण है कई जीवों का हमारी तरह पुश्तैनी घर है तब सही मायने में आप पर्यावरण बचा पाओगे ओर जैविक खेती कर पाओगे ! ओर कोई हिरण खेत में आ जाये तो मन में ये भाव जागे कि इस धरती पर इनका भी हिस्सा है ओर मेरा खेत इस धरती का एक टुकड़ा कुछ तो खायैगा ही ये भी बेचारा! तब तो मायने हैं वरना
ताणते रहो तार, जाली, पत्थर की दिवारे सुखी तुम तब भी नही हो!
पैसे वाला अमीर सोचता है कि एक हरे भरे फार्म हाउस पर हरियाली के बीच खाट डालकर वो सोये ओर तुम किसान अमीर होने के चक्कर में ये मौका गंवा रहे हो!बचाकर रखो अपने खेत के पर्यावरण को!
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