सारे जहां के लोग हमको अहिंसा का पुजारी कहते हैं!
पर अन्याय के खिलाफ हम तलवार दुधारी रखते हैं!!
जंग कभी करना ही पड़े काली ताकतों के खिलाफ,
तो संघर्ष में शहादत के लिए हम सदा तैयार रहते हैं !
ईश्वर खुदा गॉड मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारों का क्या?
कुछ लोग वहाँ अपनी दुकान चलानेको तैयार रहते हैं!
धर्म-मजहब कमजोरों का साथ कहाँ देते हैं कभी?
उनको ताकतवर ही उपभोग के लिये तैयार रहते हैं।
इसीलिए अज्ञानता अँधेरे के खिलाफ लड़ने के लिए,
दीपक जुगनू चाँद सितारे सूरज सदा तैयार रहते हैं !
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