शुक्रवार, 22 जनवरी 2021

*सदैव खुश रहिए।

 उत्तम परिस्थिति का

इंतजार मत कीजिए,

आज से अपने लक्ष्यों
को पाने के लिए पूरी
ताकत झोंक दीजिए!
सफलता इंतजार से नहीं,
काम करने से मिलेगी।
अहंकार ना कीजिये किसी
के ऊपर उपकार करके,
क्या पता..
आप कुछ दे रहे है
या
पिछला हिसाब चुका रहे है।
रिश्तों की रस्सी कमज़ोर
तब हो जाती है,
जब इंसान गलत फहमी
में पैदा होने वाले सवालों
के जवाब भी खुद ही
बना लेता है।
*आपके आंगन में*
*सुख, समृद्धि एवं*
*खुशियों का दीपक*
*हमेशा जलता रहे।*
*सदैव खुश रहिए।*
*हँसते, हँसाते रहिये।*
*सदा मुस्कुराते रहिये।*

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें