सोमवार, 27 अप्रैल 2020

मार्क्स, लेनिन और अम्बेडकर

जिनके पास भरपूर खानदानी जमीन जायदाद है,जो पीढ़ी दर पीढ़ी सरकारी नौकरियों पर कब्जा किये हुए हैं और जो आजादी के बाद अवसर पाकर नवधनाड्य बन बैठे हैं,उनके लिये सत्ता में भाजपा हो या कांग्रेस या बसपा,सपा या ममता-नीतीष सब उनके हितैषी हैं!
कितु जो निर्धन हैं,अवसरों से बंचित हैं,भूख बेकारी से पीड़ित हैं,भूमिहीन हैं,अभावग्रस्त हैं,जातीय आरक्षण से पीडित हैं और जो सभी तरह से सर्वहारा हैं,उनके लिये मार्क्स, लेनिन और अम्बेडकर की शिक्षाओं का अनुशीलन करने वाला नेतत्व ही चाहिये!

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