भारत में कुछ कुपढ़ अपढ़ कूड़मगज लोग पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और विश्व इस्लामिक आतंकवाद की भाषा बोलते रहते हैं! वे इस्लामिक आतंक पर कभी एक शब्द नही बोलते ! बल्कि जब कसाब जैसे 20 कसाई मुंबई पर हमला करते हैं, कुछ कट्टर इस्लामिक आतंकी अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करते हैं, कुछ पुलवामा,उरी पठानकोट पर हमला करते हैं, तो ये बदमास बुद्धूजीवी उधर से नजर फेर लेते हैं!
भारत के कुछ जातीय और साम्प्रदायिक संगठन खुद असंवैधानिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं और पकड़े जाने पर आर एस एस,के कुछ पुराने नाम और भाजपा के कुछ नये नामों को हिंदूवादी बताकर सवाल करते हैं कि 'हिंदुओं' ने आजादी की लड़ाई में क्या किया?
हिंदू विरोधी धूर्त बदमाश लोग जिन हिंदू संगठनों और उसके नेताओं के नाम गिनाते हैं,वेशक वे नेता और संगठन आजादी की लड़ाई में शामिल नही हुए! किंतु क्या सिर्फ वही हिंदू थे?
हिंदू विरोधी निक्रिष्ट लोग भूल जाते हैं कि महात्मा गांधी,सरदार पटैल,पंडित मोतीलाल नेहरू,गोखले,रानाडे, विपिनचंद पाल, लाला लाजपतराय,स्वामी श्रद्धानंद,लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, सुभाषचंद बोस, सरोजनी नायडू,गोविंद वल्लभ पंत,डॉ सर्व पल्ली राधाक्रष्णन और आजादी के लिये शीस कटाने वाले करोडों शहीद शुद्ध हिंदू थे!
छद्म धर्मनिरपेक्ष लोग केवल गद्दारों को ही हिंदू मानते हैं! वे यह दुष्प्रचार करते हैं कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम में हिंदुओं का कोई सहयोग नही था! इस हिंदू विरोधी हरामियों से पूछा जाए कि क्या उनके बाप जिन्ना ने भारत को आजादी दिलाई?
मैं भी धर्मनिरपेक्षतावादी हूँ,संघ विरोधी हूं! किंतु निर्दोष और मेहनतकश हिंदुओं पर हमला करने वालों को कौम का गद्दार और वतन का दुश्मन मानता हूं!वो चाहे मुस्लिम हो,हिन्दू हो या कम्युनिस्ट हो यदि वह हिंदुओं को टारगेट करेगा,तो उसकी अक्ल ठिकाने लगाने का दायित्व उन सबका है जो सच्चे देशभक्त हैं,सच्चे धर्मनिरपेक्षतावादी हैं
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