गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

NRC

भाजपा पूँजीवादी साम्प्रदायिक पार्टी है!उसके नेता पूँजीपतियों के हितैषी हैं!वे NRC बिल के मार्फत वोट की राजनीति कर रहे हैं!यह सब सच है!
किंतु वे बीस साल से हर चुनाव में वादा कर रहे थे कि घुसपैठियों को भगाएंगे और शरणार्थियों को शरण दैंगे!अब यदि इस बात पर उन्हें बम्फर जनादेश मिला है तो विपक्ष को विरोध नही करना चाहिये! सत्ता पक्ष का यह कहना सही है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान बांग्लादेश में वहाँ के अल्पसंख्यकों>(हिंदू+बौद्ध+ईसाई+सिख+पारसी+जैन) को बेहद सताया गया! अत: सवाल उठता हैकि उनमें से जो अल्पसंख्यक जान बचाकर भारत आ गये,उन्हें,भारत में वैधानिक नागरिकता क्यों नही मिलनी चाहिये?और जहाँ तक उक्त तीनों इस्लामिक पड़ोसी मुल्कों के मुसलमानों का भारत में आगमन रोकने की बात है,तो सारे संसार को मालूम है कि इंडोनेशिया के बाद भारत में दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है! वैसे तो भारत की बढ़ती आबादी और सिकुड़ते संसाधनों के चलते किसी को भी यहाँ जगह नही है,क्योंकि यहाँ तो भारत के मूल निवासी ही गरीबी,बेरोजगारी और भुखमरी के शिकार हो रहे हैं,किंतु पड़ोसी इस्लामिक मुल्कों के मजहबी आतंकियों ने जिनका जीना हराम कर दिया,वे हिंदू,जैन, सिख,ईसाई,बौद्ध और पारसी भारत के अलावा और कहाँ जाएं?

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