रविवार, 8 दिसंबर 2019

दैविक शक्ति के घनचक्कर में पड़ें

एक *पति* ने अपने *गुरु* से पूछा, स्वामी जी, पिछले कुछ समय से एक चमत्कारिक घटना घट रही है ।
आधी रात को जब मेरी नींद खुलती है, तो देखता हूँ कि मेरी *पत्नी* सर तक चादर से ढक कर सोई रहती है और एक *प्रकाश पुंज* उसके सर के पास फैला रहता है । क्या मेरी पत्नी के पास कोई *दैविक शक्ति* है ?
गुरु जी बोले, बेटा अपनी बुद्धि लगाओ! तुम्हारी पत्नी चादर के अंदर, तुम्हारा मोबाइल चेक कर रही होगी!अत: न तो दैविक शक्ति के घनचक्कर में पड़ें और न ही अपनी निजी जिंदगी में नैतिक मूल्यों से पथ बिचलित हों!

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