देश बंटवारे के समय बचपन में बिछुड़े भाई- बहिन!भाई रणजीतसिंह तो जिंदा बचकर भारत आ गया,किंतु चार साल की बच्ची 'भज्जो कौर' पाकिस्तानियों के हाथ लग गई! सोशल मीडिया की बदौलत 72 साल बाद विगत दिनों करतारपुर में जब बचपन के बिछुड़े भाई बहिन मिले तो 'भज्जों कौर' 'शकीना बी' हो चुकी है!उसके चार लड़के हैं, एक दर्जन पोते पोतियाँ हैं!निसंदेह शकीना बी के लड़के,लड़कियां और नाती पोते सब सिख तो अवश्य नही होंगे!
इस घटना से बखूबी समझा जा सकता है कि पाकिस्तान में किस कदर हिंदुओं/सिखों और खास तौर से हिंदू/ सिख लड़कियों को मजहब बदलने पर मजबूर किया गया अथवा खत्म कर दिया गया!
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