जिस तरह संघ परिवार ने 2014 से पहले अन्ना हजारे,स्वामी रामदेव और अन्य गुरू घंटालों को अनशन का ड्रामा करने के लिये यूपीए की सुपारी दी थी,उसी तरह आगामी चुनाव तक विपक्ष को भी ऐंसा ही कोई शांति पूर्ण अहिंसक अनशन आंदोलन का ड्रामा करते रहना चाहिये!विपक्ष को समझना चाहिये कि किसी गरीब का ऑटो जलाने और पढ़ने वाले बच्चों के हाथ में पत्थर पकड़ाने से सत्ता नही मिलने वाली,आगामी चुनाव में वही जीतेंगे-जिनका अहिंसा और भारतीयता में यकीन है!
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