मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

मुसलमानों का "अज़हर सिंड्रोम"

मैं जामिया के “शांतिदूतों” का दो वजह से शुक्रगुज़ार हूं... एक तो ये बार-बार मेरी विचारधारा को सही साबित कर देते हैं और दूसरा ये कि इनकी वजह से मैं रोज़ नया लिखने की मेहनत से बच जाता हूं...विगत दिनों जामिया में जो भी हुआ उसकी वजह से मैं आज फिर अपना एक ढाई साल पुराना पोस्ट चेप (रिपोस्ट) रहा हूं... 2017 में मैंने लिखा था कि इस देश के मुसलमान "अज़हर सिंड्रोम" से पीड़ित हैं... आइये मैं आज फिर से आपको बताता हूं कि "अज़हर सिंड्रोम" होता क्या है?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन पर जब मैच फिक्सिंग के आरोपों के बाद बैन लगाया गया तो उन्होंने कहा कि - "इस देश ने मुझे मुसलमान होने की सज़ा दी है"... दरअसल तब अज़हर से ये सवाल पूछा जाना चाहिए था कि तुम्हे उस दिन अपने मुसलमान होने का अहसास क्यो नही हुआ, जब 3 शतक लगाने के बाद इस देश ने तुम्हे "Wonder boy" का तमगा दिया? तुम्हे अपने मुसलमान होने का अहसास उस दिन क्यो नही, हुआ जब तुम्हारी जादुइ कलाई से निकले शॉट्स से स्टेडियम अज्जू-अज्जू के नारों से गूंजता था? तुम्हे उस दिन मुसलमान होने का अहसास क्यो नही हुआ, जब टीम में तुमसे 4 सीनियर प्लेयर (कपिल, वेंगसरकर, शास्त्री, श्रीकांत) होने के बाद भी तुम्हे कप्तान बनाया गया? तुम्हे अपने मुसलमान होने के अहसास उस दिन क्यो नही हुआ, जब 125 करोड़ लोगों के "देवता" सचिन तेंदुलकर से बेहद अपमानजनक तरीके से कप्तानी छीन कर तुम्हे वापस कप्तान बना दिया गया? तुम्हे अपने मुसलमान होने का दुख उसी दिन ही क्यो हुआ जब तुम पर बैन लगाया गया??? जबकि तुम्हारे साथ मनोज प्रभाकर, अजय शर्मा, अजय जडेजा, निखिल चोपड़ा को भी सज़ा हुई थी और जबकि ये सारे हिन्दू थे।
खैर मुद्दे की बात पर आते है... तो ये है "अज़हर सिंड्रोम" जिससे हमारे देश के मुसलमान ग्रस्त है, और उनकी इसी बीमारी को खाद पानी देते हैं हमारे "सिक-लुर" लोग... जैसे अभी रात में JNU का "डफली गैंग" PHQ पहुंच गया है... जब भी कोई घटना होती है उसके बाद पूरे 20 करोड़ मुसलमान खुद को victim-hood साबित करने लगते है... सिर्फ किसी भी एक घटना पर बिना सोचे समझे पूरे 20 करोड़ मुसलमानों को असुरक्षित घोषित कर दिया जाता है... नागरिकता संशोधन बिल पर जो हिंसा हुई वो भी "अज़हर सिंड्रोम" का ही नतीजा है... आज भी "अज़हर सिंड्रोम" इस कदर हावी हो गया कि मुसलमान ये नही सोच रहे कि इस देश मे उन्हें कितनी आज़ादी है... क्या नहीं दिया इस देश ने ??? तुमने पाकिस्तान मांगा, तुम्हे मिल गया !!! तुमने शरिया मांगा, तुम्हे मिल गया !!! तुमने शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदलना चाहा, वो फैसला भी बदल दिया गया !!!
#Prakhar_Shrivastava
मुझे समझ नहीं आता कि ये "अज़हर सिंड्रोम" वाली मानसिकता आखिर कब खत्म होगी ??? जब तक आपको हिस्सा मिल रहा हो चौड़े पर उसका आनंद उठाते रहो और जब किसी दूसरे को उसके हक का हिस्सा मिले तो victim-hood का मास्टरकार्ड खेल दो... छाती पीटपीटकर कहो कि हमारा हिस्सा हमें नहीं मिल रहा... अरे भैय्या, ये बिल आपके लिए नहीं था और इसका ये भी मतलब नहीं है कि इस बिल से आपको कोई नुकसान हो रहा हो... आप कल भी इस देश में आराम से रह रहे थे और आनेवाले कल में भी आप यहां आराम से रहेंगे... इसलिए अल्लाह के वास्ते अपने "अज़हर सिंड्रोम" से बाहर निकलिए... और दिल्ली और देश में अमन बनाये रखिये।
#CAB - NRC

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