गुरुवार, 28 जून 2018

पांच वरदान !

  • यदि अचानक कभी किसी दैवी शक्ति से अर्थात ब्रह्मतत्व से आपका भी युधिष्ठिर की तरह साक्षात्कार हो जाए,और वो पराशक्ति आपसे पांच मन वांछित वरदान मॉंगने को कहे,तो आप क्या वरदान मांगेंगे ?
  • आपकी सुविधा के लिए बतौर उदाहरण मैं यहाँ अपनी च्वाइस बता देता हूँ !
  • पहला वर :-हे प्रभु ! यदि बाकई पुनर्जन्म होता है,तो मेरा हर जन्म भारत भूमिपर ही हो!जिस घर में जन्म हो वहाँ विवेकानंद, भगतसिंह ,चेगुवेरा,मुस्तफा कमाल अतातुर्क के विचारोंऔरआदर्शों का सम्मान होता हो!
  • ...
  • दूसरा वर :-जो लोग भारत में पैदा हुए,यहाँ की खाते हैं,यही जिनकी मातृभूमि है ,वे सभी अपने धर्म,मजहब और जाति से ऊपर उठकर भारत देश को ही अव्वल माने !प्रभु !
  • तीसरा वर :-जो दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी तत्व सत्ता में आकर पूँजीपतियों की चरण वंदना करते हैं,मजदूरों,किसानों और वामपंथ को गाली देते हैं,उन्हें थोडी सद्बुद्धि देना प्रभु !
  • चौथा वर :-जो लोग भारतभूमि पर हिंदू, सिख,जैन,बौद्ध,ईसाई और मुसलमानों को बरगलाते हैं ,जातिवाद के नाम पर सत्ता हथियाते हैं, देश भक्ति के नाम पर विपक्ष को खत्म करने के सपने देखते हैं,उन दुष्टों का सत्यानाश हो प्रभु !
  • पाँचवाँ वर :-जो लोग स्वयंभू देशभक्त हैं ,वे भारत के दलितों,कम्युनिस्टों, मुसलमानों पर अनावश्यक संदेह न करें हैं,उन्हें आतंकी न समझें,हे ईश्वर उन्हें सही दॄष्टि प्रदान करो !

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