इंकलाब ज़िंदाबाद !
progressive Articles ,Poems & Socio-political -economical Critque !
रविवार, 10 जून 2018
ऊँचा दर्जा यदि मिले,मत दिखलाओ ऐंठ।
पॉवर मद में चूर कई,हो गये मटियामेंट।।
हो गये मटियामेंट,बघारी जिनने शेखी।
फीलगुड वालों की, दुर्गति सभी ने देखी।।
सिन्हा आडवाणी जोशी की हुई किरकिरी।
...
कुर्सी पर मत इतराओ,ये है बहुत सिरफिरी !!
श्रीराम तिवारी
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