भृष्टाचार से लबालब ,मध्यप्रदेश भरपूर।
लोकायुक्त की विफलता ,शासन को मंजूर।।
नौकरशाही भृष्टतम ,मध्यप्रदेश की आज।
कार्यवाही की अनुमति , नहीं देते शिवराज।।
नमो-नमो सब कोई कहे ,शिव-शिव कहे न कोय।
जो वंदा शिव-शिव कहे ,व्यापम -शापं होय।।
अरविन्द -टीनू जैसे , अरबपति धनवान।
महाभृष्ट हैं दर्जनों ,आईएएस महान।।
मंत्री- अफसर कर रहे , सत्ता का दुरूपयोग।
अच्छे दिन कब आयंगे ,पूंछ रहे हैं लोग।।
श्रीराम तिवारी
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