इंकलाब ज़िंदाबाद !
progressive Articles ,Poems & Socio-political -economical Critque !
मंगलवार, 13 मई 2014
हवा निकल गई थी कभी स्थापित दलों की ,'आप' के आने के बाद।
अब हवा निकल रही है 'आप' की आम चुनाव में पिट जाने के बाद।।
:-श्रीराम तिवारी
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