शपथ ग्रहण की वानगी ,देख हुआ जग दंग।
भले स्वजन रूठे रहें , या मजबूरन संग।।
रूठी दिखी वसुंधरा , आडवाणी बैचेन।
मुरली मनोहर की व्यथा,आंसू ढरते नैन ।।
शपथग्रहण शामिल हुए , नेता सब दक्षेश।
भारत-पाक मिल-बैठकर ,दूर करेंगे द्वेष ।।
ममता -माया -मुलायम ,नीतीश -जया -नवीन।
इनके बिना भी बज रही ,'नमो 'नाम की बीन।।
मनसे -जया -उद्धव -अगप , करें सभी विश्राम।
राजद वसपा सपा संग ,जदयू नींद हराम।।
'नमो''नमो' के जाप से , भगवा दल खुश हाल ।
कौन हैं राहुल -सोनिया ,कौन केजरीवाल।।
सी बी आई शस्त्र से, खूब कराई जांच।
फिर भी 'नमो' की विजय पर ,तनिक न आई आंच।।
माताएं संसार की ,यह चाहत सब कोय।
'हीरा-बा' सा यश मिले ,पुत्र 'नमो' सा होय।।
श्रीराम तिवारी
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