भारत में एक कश्मीरी अलगाववादी आतंकी *यासीन मलिक* को कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा दिये जाने पर OPEC के 56 इस्लामिक देशों ने,भारत की भूरि भूरि निंदा की है! पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने पर भारत विरोधी ये सभी इस्लामिक देश केवल कागजी शेर हैं ! उनमें इतनी कूबत नहीं कि चीन में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार की शाब्दिक निंदा ही करके बता दें!इजरायल की सेना और पुलिस फिलिस्तीनी आतंकियों को बुरी तरह कुचल रही है ! कुल ५६ इस्लामिक देश चुपचाप बैठे देख रहे हैं !
सारी दुनिया जानती है कि भारतीय मुस्लिम कितने मजे में हैं, क्योंकि एक हजार साल से भारतीय नखलिस्तान की उर्वरा भूमि पर आज भी उनका बेजा कब्जा है! चाहे दिल्ली, भोपाल,हैदराबाद हों,चाहे लखनऊ के पूर्वती जागीरदार हों,चाहे पश्चिमी यूपीके मालामाल मुस्लिम किसान हों,चाहे कश्मीर में सेव के या केशर की खेती किसान हों,चाहे बालीवुड के दिग्गज फिल्म अभिनेता निर्माता लेखक हों,चाहे सलीम खान,शाहरुख खान,सैफ अली खान,सलमान खान,आमीर खान, अला खान, फलां खान हों, चाहे भगोड़ा दाऊद खान हों, इनमें से कोई भी अरबपति से कम नहीं है ! इनमें से शायद ही कोई कभी रोजा नमाज़ का पाबंद हो!
चूंकि भारत का मुसलमान यहां के हिंदुओं से बेहतर स्थिति में हैं! इसीलिए १९४७ में भारत विभाजन के समय,वे पाकिस्तान नही गए! मुसलमानों की खुशहाली आप कैराना से लेकर कश्मीर तक और बंगाल से लेकर गुजरात तक हर जगह देख सकते हैं! चाहे बिजनेस हो,खेती कास्तकारी हो,पंचर पकाने से लेकर टाईल्स लगानेके कामपर अधिकांश मुसलमानौं का ही आधिपत्य कायम है!
भारत विभाजन के समय यहां सिर्फ डेढ़ करोड़ मुसलमान थे,अब वे २५ करोड़ हैं ! ओपेक देशों को अपना थूथर खोलने से पहले बलुचिस्तान के बलूचों और म्यांमार के लुटे पिटे रोहिंग्या मुसलमानों,श्री लंका और अफगानिस्तान के दीन दुखी मुस्लिमों पर नजरें इनायत फरमाना चाहिए था! उन्हें भारत को इजरायल नहीं समझना चाहिए बल्कि मुसलमानों के लिए भारत भूमि को जन्नत समझना चाहिए! जय हिन्द...
:-श्रीराम तिवारी
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