शुक्रवार, 10 जून 2022

तूफ़ान को भी खबर हो गई है

 सच्चाई तो शायद अब सचमुच बेअसर हो गई है!

इसीलिये शैतानियत भी अब ज़बरदस्त हो गई है ! !
बानगी पेश की जमाने ने अपनी कुछ इस तरह ,
कि पोशीदा थी जो बात सबको खबर हो गई है!
किस्ती के डूबने का अनुमान तो था सभी को मगर ,
माझी की गफलत से तूफ़ान को भी खबर हो गई है !!
दिखाई दिये दूर से साहिल जैसे हमराह हम सफर ,
मझधार में भेंट उनकी लहरों से मगर हो गई है!
बिजली गिरी कमबख्त उसी मासूम दरख्त पर,
था परिंदों का बसेरा जहां वहीं कहर हो गई है!!
सच्चाई तो अब शायद सच में बेअसर हो गई है!

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