मेदांता हॉस्पिटल में एक महिने गहन चिकित्सा इकाई में ( वैंटीलेटर सपोर्ट पर) उपचार कराने के बावजूद, मेरी पत्नी की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है! इसलिए डॉ. की सलाह पर बेटा प्रवीण अपनी मां को घर ले आया है । घर पर ही पेशेंट को हास्पिटालाईज किया गया है! वैंटीलेटर सहित एक डाक्टर,दो नर्स २४ घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं! बाकी हरि इच्छा ! आप सभी शुभचिंतकों का बहुत बहुत आभार ! शुक्रिया!
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