"यदि कोई व्यक्ति किसी बाह्य कारण से परेशान है,तो परेशानी उस कारण से नहीं जिसे वो समझ रहा है,अपितु उसके द्वारा तत्संबंधी तथ्य का गलत अनुमान लगाने से होती है हम भूल जाते हैं कि हमारे पास इसे किसी भी क्षण बदलने का सामर्थ्य है।"इसमें कोई शक नहीं कि अतीत में हजारों हिंदु मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई हैं ! किंतु उस घातक दौर के लिए आज की वह मुस्लिम बिरादरी जिम्मेदार नहीं है, जो भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में 'गंगा जमुनी तहजीब' का सम्मान करती है।
मुस्लिम बंधुओं को चाहिए कि वे इस सत्य को स्वीकार कर लें कि मध्ययुगीन खूंखार बर्बर इस्लामिक हमलों के दौरान हजारों हिंदू मंदिर तोडे़ गए और करोड़ों हिंदू मारे गए । अतः हर बात का विरोध करने के बजाय, खुद ही आगे आकर काशी,मथुरा,धार जैसे कुछेक विवादास्पद धर्मस्थलों का मोह छोड़ कर हिंदुओं के पवित्र स्थल उनके हवाले कर दें । तभी भारत में अमन चैन कायम हो सकेगा। धरोहर के रूप में भावी पीढ़ियों के लिये इतना तो वे कर ही सकते हैं।
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