सोमवार, 17 अगस्त 2015



  वैसे तो भारतीय सनातन परम्परा में 'ईर्ष्या ' का सर्वत्र  निषेध है। किन्तु सकारात्मक सोच के धनी  पाश्चत्य विचारक -पाउलो कोएल्हो- को इस ईर्ष्या नामक मानसिक व्याधि में भी उपादेयता नजर आ रही है। पेश है :-

"हमें ईर्ष्या करने वाले व्यक्तियों से नफरत नहीं करनी  चाहिए !वे हमसे ईर्ष्या इसलिए करते हैं ,क्योंकि वे हमें उनसे बेहतर और खुद को हमसे कमतर समझते हैं "


                                                                                                          श्रीराम तिवारी 

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