सामाजिक संघर्ष की , बहती जहाँ बयार।
राजनीति प्रयोग की ,भूमि बनी बिहार।।
दलित सवर्ण पिछड़े भिड़े ,फूट बिकट बिकराल।
सोशल डेमोक्रेट्स की , राजनीति बदहाल ।।
आरक्षण की नीतियाँ ,करतीं खड़े सवाल।
लालू -नीतीश माझी बने , सत्ता सीन दलाल ।
दल-दल में दंगल मचा ,नाहक ठानी रार।
माझी तेरी नॉव तो ,डूब गयी मझधार।
श्रीराम तिवारी
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