सुनों ! सुनों ! अरविन्द केजरीवाल सुनों !
विराट नरमेद्नी दिल्ली की -हूँकार सुनों !
कांग्रेस -भाजपा खेत रहे चुनावी रण में,
इसीलिये अपना प्रतिपक्ष खुद 'आप' चुनों !
हिन्दू- मुस्लिम -सिख- ईसाई- जैन सभी ,
धर्मनिरपेक्ष जनों के हित की बात गुनों !
है क्रोनी पूंजीवाद तुम्हारे सम्मुख ध्यान रहे ,
मेहनतकश जनता के संघर्षों की झंकार सुनों !
भृष्टाचारी आँख दिखाएंगे यदि कदम -कदम पर ,
निर्भय होकर रहो अडिग जन-जन की आवाज सुनों !
श्रीराम तिवारी
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