बुधवार, 7 सितंबर 2022

इस्लामिक जगत घोर स्वार्थी .

खूँखार पाकिस्तानी आतंकियों को चीन ने कभी आतंकी नहीं माना! किंतु पश्चिमी चीन के निहत्थे उईगर मुस्लिमों को चीन ने आतंकी मानकर उनकी मजहबी स्वतंत्रता छीन ली है! खबर है कि भारत के मणिपुर राज्य की मूल आबादी से भी अधिक वहाँ रोहिग्या शरणार्थी आ बसे हैं ! भारत के इस संवेदनशील प्रदेश में असम की तरह जनसंख्या संतुलन गड़बड़ा रहा है! दीन ए इस्लाम में तथाकथित भाईचारे का बहुत जोर रहा है, किंतु लगता है कि नव्य उदारवाद और क्रोनी पूँजीवाद ने अन्य धर्म मज़हब की तरह इस्लामिक जगत को भी घोर स्वार्थी बना दिया है !

तभी तो सीरियाई ,लीबियाई,ईराकी,लेबनानी,फिलिस्तीनी और म्यामार के रौहिन्ग्या शरणार्थियों के लिये इस्लामिक देशों के दरवाजे बन्द हैं ! रोहिंग्या शरणार्थी भारत, बांग्लादेश,जर्मनी इंग्लेंड् फ्रांस और यूरोसिया में मारे मारे फिर रहे हैं ! वे तेल के धनी अरबी शेख सुल्तानों की नजरे इनायत के तलबगार हैं!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें