प्राचीन जम्बूदीपे > आर्यान >ईरान (फारस) में इस्लाम के आगमन से पहले देवी मां भी थीं और उनमें से एक देवी *अनाहिता* नाम से प्रसिद्ध थीं! इस्लामिक आक्रांताओं ने संपूर्ण फारस (ईरान) को तत्कालीन जोराष्ट्रियन धर्म और सनातन धर्म की सभी शाखाओं को *शक्ति* विहीन कर डाला!
' ऑर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ ईरान' वालों को खुदाई में प्रस्तुत चित्र अवशेष के रूप में मिला!चित्र यह देवी अपने भक्त को बहादुरी का आशीर्वाद देती हैं। पौराणिक और पर्सियन मान्यताओं के अनुसार यह युद्ध की देवी सिंह विराजमान
(विराजमामा) है! यह चित्र बता रहा है कि इस्लामिक आक्रमण और इस्लामिक आतंकवाद ने दुनिया की तमाम सभ्यताओं और संस्कृतियों की कैसी दुर्गति की है! सवाल उठता है कि आधुनिक इस्लामिक आतंकवाद की आँधी से ये बचे खुचे अवशेष बच पाएंगे क्या?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें