वर्तमान सरकार ने अपने ७ माह के कार्यकाल में ९ अध्यादेश जारी किये है । [१] इस वाक्य का निहतार्थ क्या है ? [२]क्या सरकार को शाबाशी दी जाये ? [३] क्या अध्यादेशों को लोकतांत्रिक उपलब्धि कहा जाए ? [४] क्या अच्छे दिनों का आगाज यही है ? [५] क्या वर्तमान शासक पार्टी और सत्तारूढ़ नेतत्व की लोकतांत्रिक प्रतिबध्दता यही है ? [६] क्या कार्यपालिका की कार्यकुशलता रुपी हांड़ी का चुनिंदा चावल यही है ? [७]क्या उस आशंका को बल नहीं मिल रहा जिसमें बार-बार कहा गया है कि 'देश अधिनायकवाद की ओर बढ़ रहा है'?[८] क्या लोक सभा में प्रचंड बहुमत के वावजूद अध्यादेशों के लिए अतीत में भी कोई और सरकार इतनी मजबूर रही है ? [९] कहीं पूंजीवादी फासीवाद का खतरा भारत पर बाकई तो नहीं मंडरा रहा
श्रीराम तिवारी
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