गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023

गाँधी-गोडसे

 यद्द्पि मैं गांधीवादी नहीं हूँ,कांग्रेसी भी नहीं हूँ,किँतु स्वाधीनता संग्राम में बापू के अथक अवदान के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ ! उनका तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूँ! और जिस विचार धारा ने उनकी हत्या कराई,उसकी मैं घोर निंदा करता हूँ ! गाँधीजी की पुण्य तिथि पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!---

बापू हम शर्मिंदा हैं,आपका कातिल जिंदा है।
30 जनवरी 1948 शुक्रवार के दिन धोखे से गांधी जी की हत्या की गई!
स्वतंत्र भारत का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे ही था।
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