सोमवार, 20 जनवरी 2020

गोद लिए हुलसी फिरे,

एक बार गोस्वामी तुलसीदास जी ने अ.रहीम खान खाना का आई क्यू जांचने के उद्देश्य से उन्हें पत्र द्वारा आधा दोहा लिखकर भेजा। जिसका जबाब रहीम ने भी आधे दोहे में ही दिया । इस तरह तुलसी और रहीम दोनों की गंगा जमुनी संयुक्त रचना -निम्नाकित दोहे के रूप में लोक प्रसिद्ध है :-
गो.तुलसीदास:-
" सुरतिय नरतिय नागतिय,
क्या चाहत सब कोय।
रहीम:-
गोद लिए हुलसी फिरे,
तुलसी सो सुत होय।।"
दोनों के सवाल जबाब एक साथ पढ़ेंगे तो पूरा दोहा बनता है,जिसका
अर्थ इस प्रकार है :- दोहे की पहली वाली लाइन तुलसीदास जी की है ,वे रहीम कवि से सवाल करते हैं कि 'संसार की समस्त नारियाँ क्या चाहतीं हैं?'दोहे की दूसरी वाली लाइन रहीम कवि की है जिसमें वे गोस्वामी तुलसीदासजी को जबाब देते हैं कि "संसार की हर नारी यही चाहती है कि उसके यहाँ भी माता 'हुलसी' की संतान याने तुलसी सा पुत्र हो!
अर्थात हर सभ्य सुशील नारी चाहती है कि उसे भी 'तुलसी' जैसा महान सन्त कवि और त्रिकालदर्शी मुमुक्षु साहित्यकार पुत्र रत्न प्राप्त हो !

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