शनिवार, 25 जनवरी 2020

"शाहीन बाग"आंदोलन

मुझे किसी ने एक निहायती भद्दा औऱ बेहूदा वीडियो भेजा है जिसमें मोदी जी के विरुद बहुत ही घटिया भाषा में कविता एक बहुत ही प्यारी और मासूम बच्ची द्वारा गायी जा रही है औऱ दूसरे मासूम बच्चे उस पर ताली बजा रहे है मुझे नही पता यह बच्ची कौन है औऱ कौन यह जहर इन बच्चों के दिमाग में भर रहा है लेकिन तालिबानी और चरम मानसिकता लोग इस मुल्क के सबसे बड़े दुश्मन है जो इस मुल्क को मजहब के आधार पर एक बार फिर तोड़ने चाहते है
इस सबके पीछे एक कठमुल्ला सोच है जो मुसलमान को अच्छी तालीम और प्रोगेसिव होने से रोकती है मुस्लिमों में ही सामंतवादी सोच के लोग है जो इस्लाम को खतरे में बताकर मुसलिम बच्चों को मदरसों से बाहर भेजने से मना करता है मुसलिमों में बच्चों की ड्राप आऊट रेट सबसे ज्यादा है बच्चे पढ़ेंगे नही तो वो कट्टरपंथी सोच से कैसे लड़ेंगे???
भारत के मुसलमानों की दशा पर मैं बहुत दिनों से डाटा विश्लेषण कर रहा हूँ भारत का मुसलमान सबसे गंदी और सुविधाहीन बस्तियों में रहता है दलितों से बदतर हालातो में वो जीवन व्यापन कर रहा है 2050 तक भारत में मुसलमान की जनसंख्या पूरे विश्व में सबसे ज्यादा (11%) हो जायेगी अभी भारत मे मुसलमान उनकी आबादी के अनुपात में, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की तुलना में भी बदतर हालात में है मुसलमानों में भारत की आबादी का 14% है, लेकिन उच्च शिक्षा में छात्रों का प्रतिशत केवल 4.4% है
भारत में केवल 3 % मुसलमान एक्जक्यूटिव स्तर की नौकरी कर रहा है सरकारी नौकरी में आंकड़ा गिरकर और कम हो जाता है स्वरोजगार के मामले में भी मुस्लिम वो ही पुराना घिसा पीटा काम कर रहा है पिछले 10 साल में एक भी बड़ा स्टार्टअप किसी मुस्लिम युवा ने खड़ा नही किया है क्या कारण है कि भारत का मुसलमान अपने इस अधिकार की लड़ाई सड़कों पर नही लड़ता है
बहुत समय पहले में अपने एक कट्टर हिंदूवादी कलीग के साथ एक कालेज में कैम्पस प्लेसमेंट में इंटरव्यू लेने गया था एक मुस्लिम लड़के ने सभी राउंड क्लियर कर लिए थे जब वो मुझे इंटरव्यू दे रहा था तो मैंने पूछा आपके पिता क्या करते है तो वो बोला सर सायकल के पंक्चर सुधारते है मैंने बोला शाबास मुझे आपके पिता पर फक्र है 👍👍👍
मैंने उसे सिलेक्ट कर लिया था इस पर मेरा दोस्त बोला यह लोग सॉफ्टवेयर कम बनायेगे बम ज्यादा बनाएंगे इन्हें पंक्चर ही सुधारने दो सॉफ्टवेयर इनके बस का नही है मैंने बोला "बाबू" यही सोच एक दिन इस मुल्क को डुबायेंगी देखना एक दिन यह युवा तुम्हे गलत साबित करेगा आज वो युवा IBM जैसी कंपनी में टीम लीडर है और मेरा दोस्त उसी कंपनी में प्रोजेक्ट.मेनेजर है
वक़्त आ गया है कि अब भारत के मुसलमानों को अपने समाज के अंदर घुसे इन तालिबानीयो औऱ मुसंघीयो को खोजकर बाहर निकालना होगा, में चाहता हूँ कि देश के हर शहर में एक "शाहीन बाग" शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए भी हो .. जिस दिन भारत का हर मुसलमान पिता अपने बच्चों को टायर पंचर जोड़ने के लिए मना कर देगा उस दिन यह देश विश्व का सबसे शक्तिशाली देश बन जायेगा जय हिंद !जय भारत!

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