गुरुवार, 29 नवंबर 2018

साईं बाबा की जय जय कार !

 साईं  बाबा की जय जय कार !

अंतस ज्योति जलाईयो गुरु विनती बारम्बार !
श्रद्धा सबुरी सबको देना,शिरडी के सरकार !!.... साईं  बाबा की...

सब घट  भीतर खुद को देखूं,निज उर सब संसार !
अलख निरंजन अगम अनामय,महिमा अपरम्पार !!

मैं अहंकार त्रष्णा में डूबा, मेरी डूब रही पतवार !
पतित पावन नाम तुम्हारा,कृपा दॄष्टि अपार  !!

तूँ ही गुरु पिता अरु माता,तूँ ही है पालनहार !
बीच भवर में नाव हमारी,तूँ ही  है खेवनहार !!

एक ही नाम है एक ही रूप है एक ही सृजनहार !
रात अँधेरी विपति घनेरी, रवि शशि तूँ उजियार !!

रोग हरो प्रभु शोक हरो,हरियो विपति  विकार !
लोभ हरो प्रभु क्रोध हरो,हरियो विघ्न अपार!!

शक्ति भक्ति दो ज्ञान विराग दो,हे जग तारणहार !
और भरोसा तुम बिन नाहीं,दीन बंधू अवतार !!

तुम समान दाता नहीं,विपति विदारण हार!
        महिमा तेरी ही रहे,शिरडी के सरकार !!

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