सवाल उठना लाजिमी है कि कांग्रेस और भाजपा के भृष्टाचार में फर्क क्या है ? एक अंतर तो यही है कि कांग्रेस यदि सत्ता में हो और गलती करे तो जनता उसे आसानी से हटा सकती है!किंतु यदि दुर्भाग्य से भाजपा सत्ता में आ जाये तो फिर वो चाहे कितना ही गलतियां करे,किंतु उसे सत्ता से हटाना बहुत मुश्किल है!भाजपा -कांग्रेस में एक ठौ अंतर और है !जो लोग कभी कांग्रेस को 'चोर' कहा करते थे,वही लोग इन दिनों भाजपा को 'डाकू' कहने में जरा भी नहीं हिचकिचाते। चोर और डाकु में जो भी फर्क है वही कांग्रेस और भाजपा का वर्चुअल चारित्रिक अंतर है।
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