रविवार, 15 जनवरी 2023

अंधे पीसें कुत्ते खाएं.

 सवाल :- राजनीति सेवा है या नौकरी? यदि सेवा है तो वेतन भत्ते क्यों, पेंशन क्यों और यदि नौकरी है तो CCS Conduct Rules लागू क्यों नहीं?

उत्तर :-राजनीति न नौकरी है और न सेवा, यह तो लोकतांत्रिक व्यवस्था की आवश्यक मशीनरी है!और यह राजनीति जनादेश पर डिपेंड है! देश चलाने के लिए कुछ चुनिंदा मेहनती और देशभक्त ,ईमानदार नेता चाहिये होते हैं! यदि वे दुहरा लाभ लेते हैं, तो यह अनुचित नहीं है! किंतु जो मक्कार हैं, रिश्वत खोर हैं , देशद्रोही हैं, उनको बरदास्त नही किया जाना चाहिए!
यह जनता जनार्दन पर निर्भर है कि जनप्रतिनिधियों को दिये जाने वाले वेतन भत्तों और पेंशन सिस्टम पर नजर रखे! अन्यथा अंधे पीसें कुत्ते खाएं.. वाली कहावत चरितार्थ होने दें!
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