वतनपरस्त लोगों को केद्र सरकार के निर्देश पर भृस्टाचार के खिलाफ- IT,ED,CBI की सक्रियता का समर्थन करना चाहिए! किंतु देश की प्रबुद्ध पब्लिक यह जानने को बेताब है कि सिर्फ विपक्षी नेताओं के यहां ही छापे क्यों पड़ रहे हैं?विपक्षी सांसदों को ही संसद से सस्पेंड क्यों किया जा रहा है?
एक और आश्चर्य है कि यदि कोई भ्रष्ट कांग्रेसी या विपक्षी दल का नेता दलबदल कर NDA अथवा भाजपा ज्वाइन कर लेता है तो उसे तत्काल पाक साफ मान लिया जाता है!बहुत दिनों से किसी भाजपाई भ्रष्ट नेता के यहां IT,ED,CBI का छापा नहीं पड़ा है! मेरी राय है कि आगामी आम चुनाव से पूर्व कुछ भ्रस्ट भाजपाई नेताओं के यहां छापे डाल दिये जाएं,ताकि यह आरोप गलत सिद्ध हो जाए कि केंद्रीय जांच ऐजेंसियां केवल विपक्ष को निशाना बना रहीं हैं! यदि कुछ समय के लिये भाजपा के एक दो उदंड सांसदों को भी कुछ घंटों के लिए सस्पेंड किया जायेगा ,तो दुनिया में यह संदेश जाएगा कि मोदीजी के राजमें भारतीय लोकतंत्र शिखर पर है,जहां शेर और बकरी एक घाट पानी पीते हैं।
यदि ऐंसा कुछ जतन नही किया तो आम चुनाव में संगठित विपक्ष को दुष्प्रचार करने का मौका मिल जाएगा,कि नियम कायदे- सत्ता प्रतिष्ठान के इशारे पर विपक्षी नेताओं को सताने भर के लिए हैं।वेशक नेशनल हेराल्ड जैसे जूने पुराने म्रतप्राय अखवार और एक सभ्रांत बुजुर्ग बीमार महिला व उसके बच्चों को सताने का परिणाम खतरनाक हो सकता है,मोदीजी की लोकप्रियता भले बनी रहे किंतु सत्ता हाथ से जा सकती है!श्रीराम तिवारी
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