शनिवार, 29 जुलाई 2023

ओछी मानसिकता के लोग

 मणिपुर की हिंसा के बहाने तमाम हरल्ले विपक्षी दल केंद्र सरकार को घेरने में जुटे रहे,आज किसी ईसाई धर्मगुरु ने मीडिया पर खुलासा किया है कि मणिपुर का यह साम्प्रदायिक संघर्ष नही है, बल्कि यह जनजातियों (मैतेई और कुकी) के बर्चस्व का संघर्ष है।

यही बात कल 27-जुलाई को मैने अपनी एक पोस्ट में कही थी। तब कुछ घटिया लोग इस बहस में RSS को घसीट रहे थे। जबकि यह घटिया आरोप तो मणिपुर के पीड़ितों ने भी नही लगाया। कुछ ओछी मानसिकता के लोग विदेशी ताकतों के मंसूबे पूरे कर रहे हैं। वे मोदीजी पर भी मणिपुर की बीमारी का ठीकरा फोड़ते देखे गये। छि:धिक्कार है।

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