जिंदगी के सब काम सिर्फ-
दुआओं के सहारे नहीं चलते।
बैटरी चार्ज न हो तो मोबाईल,
कम्प्यूटर कुछ भी नहीं चलते।।
लिखने के लिए और भी गम हैं,
इसलिए हम कसमें वादे प्यार-
बफा पर ज्यादा नहीं लिखते!!
हर तरफ विरोध की सियासत
से सुर्खुरू हो रहे लोग इन दिनों!
हम इस सिलसिले को दुनिया की,
अवाम के पक्ष में नहीं समझते !!
जाने क्यों इस दौर में नाराज हैं,
धरती,आसमान चाँद और सूरज!
बड़े बेगैरत हैं वे जो अपने कौल,
करार और धुरी पर नही टिकते!!
:-Shriram Tiwari
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