सोमवार, 28 सितंबर 2020

धन्य है भारत की प्रगतिशीलता

चीन में संपन्न सांस्क्रतिक क्रांति के बावजूद वहाँ की अद्भुत और पुरातन 'चीन की दीवार' से लेकर खान-पान,सनातन परंपराएं,वेल्युज कला,साहित्य और संगीत तथा परिवार एवं समाज इत्यादि सब कुछ यथावत् सुरक्षित रखा गया है!चीन मैं हर पुरानी चीज को सर माथे लगाकर पहले से बेहतर बनानेके प्रयास जारी हैं!
किंतु भारत में संयुक्त परिवार तो पहले ही उजड़ गये,अब दामपत्य जीवन भी खतरे में है!पूर्वजों को याद करने और उनकी पुण्य स्म्रति मनाना भी जिन लोगों को पसंद नही,वे पत्नि द्वारा पति को और पति द्वारा पत्नि को सम्मान देंना भी प्रतिगामी समझते हैं! धन्य है भारत की प्रगतिशीलता! यहां हर उस शख्स को प्रगतिशील समझा जाता है,जो मानवीय मूल्यों और मर्यादाओं को ध्वस्त करने की बात करता है!

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