सोशल मीडिया का एक सकारात्मक पहलू यह है कि जिसे दुनिया सभ्य समाज का आईना समझती रही, उस बालीबुड के अंदर पनपती अनैतिक सड़ाँध और असामाजिक तत्वों को उजागर किया है ! इसके साथ ही कुछ पगलैट, नशेड़ी,गंजेडी,अय्यास, बाचाल अभिनेता अभिनेत्रियों ने बजबजाते निक्रिष्ट फिल्मी समाज पर कीटनाशक स्प्रे करने का काम किया है!
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