ज्यों ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे हैं,त्यों-त्यों शशि थरूर जैसे कुछ व्हाइट कालर नेता राजनीति में प्रासंगिक बने रहने के लिये देश में काल्पनिक भय पैदा कर रहे हैं !वे कह रहे हैं कि अमुक फिरसे जीता तो संविधान बदल दिया जायेगा!यह सरासर गलत बयानी है !कोई लाख कोशिश करके देख ले,वो थोडा बहुत सकारात्मक सुधार भले करवा ले,किंतु मौजूदा संविधान के नीति निर्देशक सिद्धांतों को नही बदल सकता!खुद बाबा साहिब भी यदि लौटकर आ जायें तो वे भीअब भारतीय धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र को पाकिस्तान जैसा धर्मांध राष्ट्र कदापि नही बना सकते
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