मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेताओं और जागरूक मीडिया को शिकायत है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के रिश्तेदारों ने प्रदेश की ९०% रेती पर कब्जा कर रखा है। कुछ बस आपरेटरों को शिकायत है कि प्रदेश की सड़कों पर कोहराम मचा रही - ८०% बसें भाजपाई नेताओं और उसके कार्यकर्ताओं की हैं। प्रदेश के कुछ सुधी पत्रकारों और बुद्धिजीवियों का आकलन है कि यह सरकार न केवल हर मोर्चे पर 'गुड गवर्नेस' देने में असफल रही है बल्कि इस सरकार ने प्रदेश की धरती ,प्रदेश की नदियां ,प्रदेश के जंगल ,प्रदेश का जल और प्रदेश का आसमान भी आवाम से छीन लिया है। इसके अलावा प्रदेश के एक नामचीन्ह व्हसिलब्लोवर्स का कहना है कि आजादी के बाद की यह सबसे भृष्ट सरकार है। इस सरकार के संरक्षण में नदियाँ लूट रहीं हैं। इस सरकार की देखरेख में ' पेटलाबद ' नर संहार हो रहे हैं । इस सरकार ने मध्यप्रदेश को आदिम युग के 'जंगलराज' की ओर धकेल दिया है। प्रदेश की जागरूक जनता का काम वोट देना है, अतएव मध्यप्रदेश की जनता भाजपा को वोट देकर अपने किये-धरे का दंड भोग रही है।
शुक्रवार, 18 सितंबर 2015
मध्यप्रदेश की जनता भाजपा को वोट देकर अपने किये-धरे का दंड भोग रही है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नेताओं और जागरूक मीडिया को शिकायत है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के रिश्तेदारों ने प्रदेश की ९०% रेती पर कब्जा कर रखा है। कुछ बस आपरेटरों को शिकायत है कि प्रदेश की सड़कों पर कोहराम मचा रही - ८०% बसें भाजपाई नेताओं और उसके कार्यकर्ताओं की हैं। प्रदेश के कुछ सुधी पत्रकारों और बुद्धिजीवियों का आकलन है कि यह सरकार न केवल हर मोर्चे पर 'गुड गवर्नेस' देने में असफल रही है बल्कि इस सरकार ने प्रदेश की धरती ,प्रदेश की नदियां ,प्रदेश के जंगल ,प्रदेश का जल और प्रदेश का आसमान भी आवाम से छीन लिया है। इसके अलावा प्रदेश के एक नामचीन्ह व्हसिलब्लोवर्स का कहना है कि आजादी के बाद की यह सबसे भृष्ट सरकार है। इस सरकार के संरक्षण में नदियाँ लूट रहीं हैं। इस सरकार की देखरेख में ' पेटलाबद ' नर संहार हो रहे हैं । इस सरकार ने मध्यप्रदेश को आदिम युग के 'जंगलराज' की ओर धकेल दिया है। प्रदेश की जागरूक जनता का काम वोट देना है, अतएव मध्यप्रदेश की जनता भाजपा को वोट देकर अपने किये-धरे का दंड भोग रही है।
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