शुक्रवार, 14 नवंबर 2014



    वही इंसान सबसे बड़ा विद्वान है जो ये जानता है कि वह क्या नहीं जानता। वही इंसान  राज्य सत्ता  संभालने के योग्य  है जो यह मानता है कि  हवा,पानी, धरती ,आसमान और सूरज पर न केवल इंसानों  अपितु  सृष्टि के समस्त प्राणियों का  भी  अपितु समान अधिकार है।  वही इंसान महान है  जो सदा कमजोर  और पीड़ित के  पक्ष में तथा उत्पीड़क - शक्तिशाली के विपक्ष में अपना अभिमत रखने  का हौसला रखता है। वही इंसान सम्माननीय है जो  सर्वजनहिताय के लिए बलिदान के  मूल्यों,सिद्धांतों  में यकीन रखता हो।  वही मेहनतकश व्यक्ति और समाज सर्वश्रेष्ठ है जो  श्रमपूर्ण आजीविका का अनुशीलन करता है।   जिस देश में ,जिस समाज में और जिस परिवार में ऐंसे श्रेष्ठ नर-नारी विद्यमान हों  उसे  किसी क्रांति की जरुरत नहीं। ऐंसे लोग  फोटो खिचवाने के लिए झाड़ू हाथ में नहीं लिया करते। ऐंसे लोग अपने पूर्वजों की निंदा नहीं किया करते।   ऐंसे लोग  भृष्ट और बदमाश अमीरों के कालेधन को क़ानून से मुक्त रखने की जुगाड़ नहीं जुटाया करते। ऐंसे लोग जो लफ्फाजी ,असत्याचरण और  पैसे की ताकत से सत्ता हथिया लेते है  वे धोखे की टटिया  को ज्यादा दिन महफूज नहीं रख सकते।  ऐंसे लोग निरंतर  भयभीत रहा करते हैं। ये अपने ही मित्रों और शुभ चिंतकों पर यकीन नहीं करते। इनका पराभव सुनिश्चित है।
                                                                                                

                        :श्रीराम तिवारी   

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