गुरुवार, 20 नवंबर 2014

कालेधन की भूमिका ,झलक रही घनघोर।

  राजनीति  जबरन घुसे  , मजहब  -ठेकेदार।

  फ़िदा बुखारी  'आप' पर, फिर फतवा  तैयार।।


     ज्यों जनता धर्मांध है  , बाबाओं की भक्त  ।

     गुरमित  राम रहीम है  , बी जे पी  का  भक्त ।।


      ठिये  धर्म -मजहबों  हुए  ,पाप पंक में चूर ।

       भेड़ तंत्र की भीड़ में , नैतिकता बेनूर ।।


      दिल्ली राज्य  चुनाव में , दुष्प्रचार पुर जोर।

      कालेधन  की भूमिका  ,झलक रही घनघोर। ।

                                      श्रीराम तिवारी



     

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