मौसम खुशगवार है तो ये धूल -धुआँ -धुंध और गर्द क्यों उड़ रही है ?
यदि अच्छे दिनों का आगाज है तो सत्ता के नीचे जमी क्यों धस रही है ?
' मन की बात' मन बहलाव जन -सवालों पर 'मौन' की मार क्यों पड़ रही है ?
खलनायिकाएँ मानों चियर गर्ल्स उनके चेहरे पर हवाइयाँ क्यों उड़ रहीं हैं ?
श्रीराम तिवारी
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