मध्यप्रदेश में मची धमाधम।
फर्जीवाड़ा व्यापक व्यापम।।
हो रहीं मौतें रोज धड़ाधड़ ,
भृष्टाचारी पतित नराधम ।
इस सिस्टम के बने पहरुए ,
अफसर मंत्री भृष्ट समागम।
रिश्वत देकर बने डाक्टर ,
सकल कौम के वे अभिशापम।
विकट दैत्य व नरपिशाच है,
ये जालिम हत्यारा व्यापम ।
रिश्वत के दम पाई नौकरी ,
क्यों न रिश्वत लेंगे हाकिम ।
मध्यप्रदेश में मची धमाधम,
फर्जीबाड़ा व्यापक व्यापम ।
श्रीराम तिवारी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें