आदरणीय प्रधानमंत्री,श्री नरेंद्र मोदी जी,
यशस्वी भव.शतायु भव.अजातशत्रु भव!
निवेदन है कि भारत में जो लोग यवनों,अरबों गजनबियों,गौरियों,तैमूरलंगों,चंगेजों,तुर्कों,गुलामों -खिल्जियों,तुगलकों,मुगलोंके इतिहास को स्कूल कालेज विश्वविद्यालयीन पाठ्यक्रम से बाहर करना चाहते हैं,वे बडे़ विद्वान होंगे अर्थात उन्होंने मध्ययुग का हिंसक इतिहास अवश्य पढ़ा होगा! तभी तो उन्हें भारतीय इतिहास के उस काले पक्ष का पर्याप्त ज्ञान है!
आदरणीय,मेरा निवेदन यह है कि जिस हिंसक बर्बर घृणित इतिहास को जानकार आप के मन में और संघ के पुरोधाओं के मन में घोर पीड़ा उत्पन्न हुई होगी तथा राष्ट्र प्रेम जागा होगा!अब उसी इतिहास से आगामी पीढ़ी को बंचित रखने से क्या हिंदू समाज की आगामी पीढ़ी उतनी तीव्र जन भावना से विदेशी बर्बर आक्रांताओं का ठोस प्रतिकार कर सकेगी? मुगल इतिहास नही पढ़ाने से क्या बप्पा रावल,राणा सांगा,राणा हम्मीर,हरि हर बुक्का,राणा प्रताप,राजा टौडरमल,राजा हेमू, अब्दुल रहीम खान ए खाना,दारा शिकोह,शर्मद मलिक काफूर,छत्रपति शिवाजी का इतिहास अक्षुण्ण रह पाएगा?
आगामी पीढ़ी के कथाकार,कहानीकार,निबंध, नाटक और उपन्यास लेखन के लिए हीरो तो कई होंगे,किंतु खलनायक कहाँ से लाएंगे? सदियों से दमित रही सनातन संस्कृति की कमजोरियों का आकलन हम किस आधार पर करेंगे?भारत भूमि पर हुए अत्याचार और तद्जनित वेदना क्या यों ही इतिहास के कूड़ेदान में तिरोहित हो जाएगी ?
फिर संघ परिवार,भाजपा के लिये राष्ट्वादी खाद पानी कहां से आएगा! हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व का क्या होगा? और तब भाजपा के स्थाई वोट बैंक का क्या होगा? जय सियाराम... #PMNarendraModi /
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