बुधवार, 23 जनवरी 2019

गीत हम रचते रहें

एकता के प्यार के सुर छंद में सजते रहें !
नित्य नव निर्माण के ,गीत हम रचते रहें !!
धर्मान्धता अज्ञानता,असमानता उच्छेद कर,
जो अकिंचन हैं खबर उनकी सदा लेते रहें !!

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