शुक्रवार, 30 सितंबर 2016

''ख़ुशी ढूंढ़ो ख़ुशी मिलेगी -गम में डूब जाओ गम मिलेगा !''

जो लोग निरन्तर सिर्फ कड़वा,तीखा और खट्टा खाने के शौकीन हैं उन्हें सूचनाओं की थोड़ी सी सकारात्मक मिठास भी गृहण करते रहना चाहिए। भारत -पाकिस्तान  रिश्तों की कडुवाहट और रोजमर्रा की वैयक्तिक, सामाजिक ,राजनैतिक ,आर्थिक और राष्ट्रीय समस्याओं की खटास से पीड़ित लोगों को यह जरूर जानना चाहिए कि 'आज मेरे लिए बेहतर क्या है ? यदि किसी की जिंदगी में सकारात्मक कुछ भी नहीं तो वह कोई अच्छी पुस्तक ही पढ़ डाले। यही उसके मानसिक स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है। कहावत है ''ख़ुशी ढूंढ़ो ख़ुशी मिलेगी -गम में डूब जाओ गम मिलेगा !'' जैसे कि बकौल राहुल गाँधी -'मोदी जी ने पहली बार कुछ अच्छा काम किया ''! धन्यवाद -बधाई !

भारतीय जाबांज कमांडोज ने 'पीओके'में आपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देकर भारत का मान रखा -धन्यवाद ! उसी  रोज  भारत की अंडर १८ हॉकी टीम ने पाकिस्तानी टीम को भी हराया था -धन्यवाद ! और कल फाइनल में भारतीय टीम ने बंगला देश को हराकर एशिया चेम्पियन शिप जीत ली -धन्यवाद ,,,बधाई ! कहने का तातपर्य यह कि सरकार ,पक्ष-विपक्ष ,नेता ,फ़ौज और खिलाडी सभी अपने हिस्से की  सही भूमिका अदा कर रहे हैं। तो बाकी जनता -जनार्दन की भूमिका भी कुछ तो सकारात्मक होनी चहिये ! हम  यह भी देखें कि देश के लिए बेहतर क्या कर सकते हैं ? श्रीराम तिवारी !

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