सोमवार, 2 मार्च 2015

भाजपा को सत्ता मिल जाने पर पार्टी का घोषणा पत्र पढ़ा जाता है या नहीं ?



भारतीय जनता पार्टी की असीम अनुकम्पा से ,मोदी जी  के राजनैतिक रणकौशल से और 'संघ' के आशीर्वाद से नए-नए मुख्यमंत्री बने -जून-पुराने बदनाम पीडीपी नेता मुफ्ती मोहम्मद का आकलन है कि:-

  " कश्मीरी अलगाववादियों  के , पाक प्रशिक्षित  आतंकियों  के और पाकिस्तानी सरकार  के रहमोकरम से  ही जम्मू और कश्मीर के चुनाव सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए हैं।"

      यदि मैं सांसद होता तो प्रश्न करता "  [अ] क्या भारतीय चुनाव आयोग ने कश्मीर में चुनाव कराने  के लिए अपना  सर्वश्रेष्ठ योगदान किया है ? यदि हाँ तो मुफ्ती की बकवास  पर क्या कार्यवाही की गयी ?  यदि मुफ्ती महाशय  का कथन सही है तो  केंद्र की  मोदी सरकार अब  कश्मीर घाटी से भारतीय  सेनाओं को  कब वापिस बुलाने जा रही है ?  [ब] यदि नहीं तो मुफ्ती साहब  की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए क्या किया जा रहा है ?[स  ] भाजपा मेनिफेस्टो में उल्लेखित  धारा  ३७०  का क्या हुआ  ? [द ] झूंठे  और पाखंडपूर्ण प्रचार से केंद्र में या किसी राज्य विशेष में भाजपा को  सत्ता मिल जाने पर पार्टी का घोषणा पत्र पढ़ा जाता है या नहीं ?

                                         श्रीराम तिवारी   
    

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