भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को जब देश के अन्दर धर्म मजहब के शैक्षणिक ठिकानों, रोहिंग्या डेरों और मुल्क की राजनीति में पनप रहे हिंसक आपराधिक गिरोहों की राष्ट्रविरोधी हरकतों का ही अता -पता नही है ! जब हमें पंजाब, कोलकाता, मेरठ, बांदा, इंदौर, उज्जैन, महिदपुर, खंडवा इत्यादि शहरों में पाकिस्तानपरस्त बदमाश आतंकियों और भारत विरोधी असामाजिक तत्वों,स्लीपर सैल्स का ही अता पता नहीं,तब हम पाकिस्तान और बांग्ला देश में मारे जा रहे हिंदू भाई बहिनों की रक्षा क्या खाक करेंगे।
जब इंग्लैंड,अमेरिका,कनाडा में भारतीय दूतावास और भारतीय कोंसुलेट के समक्ष बार-बार तिरंगे का अपमान करने वाले हिंसक खालिस्तानी और पाकिस्तान समर्थक उग्रवादी भारत के खिलाफ अपमान जनक नारेबाजी करते देखे गये और हम इन भारत विरोधी काली ताकतों का कुछ नही कर सके तो बांग्लादेश में पिट रहे सनातनी हिंदू बंधुओं -बहिनों पर हो रहे अत्याचार का प्रतिरोध कैसे करेंगे?
जब अपने घर में पनप रहे बदमाशों की हरकतों की पूर्व सूचना हमारी सरकार को नही हो पाती,तो हम आम भारतियों को आईएसआई, तालिबान, हक्कानी अलकायदा और चीन की चालाकियों की खबर क्या खाक होगी ?
ISIS वाले,तालिबान वाले,अलकायदा वाले हक्कानी वाले,सबके सब पाकिस्तानी फौज की पैदायश हैं! *अतीत का अमेरिका* भी कुछ हद तक इन तत्वों को पालने पोषने के लिये जिम्मेदार है!ये तमाम बहशी दहशतगर्द अफगानिस्तान और भारत समेत सारी दुनिया को लहूलुहान करने पर तुले हुए हैं! इधर भारत में पल रहे आस्तीन के सांप,भारतीय लोकतंत्र और धर्मनिर्पेक्षता के खिलाफ जहर उगल रहे हैं!
पाकिस्तानी आतंकियों ने ISIS के निर्देश पर काबुल ऐयर पोर्ट पर बम ब्लास्ट करके सैकड़ों मुसलमान मार डाले, किंतु भारत के किसी मुसलमान नेता ने इस हमले की आलोचना नही की ! सैकड़ों निर्दोषों की मौत पर मौन धारण करने वाले लोग कश्मीर से लेकर केरल तक भारत के खिलाफ बिषवमन करते रहते हैं!
अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले में मारे गये हिंदू सिख क्या बिरादराना सौहाद्र के काबिल नही थे ? भारत के कोलकाता में और बांग्लादेश में मारे जा रहे हिंदूओं की दुर्दशा पर असदउद्दीन ओवैसी, शरद पवार,मुनब्वर राणा,राहुल गांधी,आम आदमी पार्टी वाले,सपा -बसपा वाले,सलमान खुर्शीद,मणि शंकर अय्यर और तमगे लौटाने वाले बड़बोले तमाम बयानवीर वामपंथी बुद्धिजीवी आज चुप क्यों हैं?
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