विराट हिंदू समाज की जाति वर्ण व्यवस्था
पर अंगुली उठाने वालों को पेश है :-यथार्थ नज़रिया
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*मैंने पूछा---*
*मौलाना साहब, जन्नत में कौन से लोग जायेंगे हिन्दू या क्रिस्चियन ?*
*जी, कौन से मुसलमान?शिया या सुन्नी.?*
*मौलाना तुरन्त बोल पड़े ---*
*बेशक सुन्नी जनाब।*
*मैंने मौलाना से पूछा ---*
*जी सुन्नी में तो 2 वर्ग है उनमें से कौन.?*
*मुकल्लिद या* *गैर-मुकल्लिद.?*
*मौलाना तुरन्त बोल उठे --*
*- केवल मुकल्लिद जायेंगें !*
*मैंने फिर पूछ लिया ----*
*जी, मुकल्लिद में तो चार हैं। उनमें से से जन्नत कौन जाएगा .?*
*मौलाना बड़े इत्मीनान से बोले ----*
*महज हनफी , और कौन.?*
*मुझसे फिर नहीं रहा गया तो मैने मौलाना से पूछ लिया ---*
*जी, पर हनफी में तो देबबंदी और बरेलवी दोनों हैं फिर उनमें से कौन जन्नत जाएगा ???..*
*मौलाना ने छूटते ही जबाब दिया कि ----*
*भाई मेरे केवल देबबंदी ही जन्नत जाने के हकदार होते हैं I*
*मैंने भी सोच लिया था कि आज मौलाना को बेइज्जत करके के ही भगाना है सो फिर कहा----*
*बहुत शुक्रिया.......*
*परन्तु मौलाना साहब..... देबबंदी में भी तो 2 होते हैं.......*
*हयाती और ममाती दोनों हैं,*
*तो उन दोनों में से कौन जन्नत जाएगा हुजूर ?*
*इसके बाद मौलानासाहब गायब हो गये ,वो दोबारा दिखे ही नहीं...!!*
*निवेदन है आपसे, इस पोस्ट को शेयर करें .... ताकि हमारे यहाँ के तथाकथित जातिवाद का मज़ाक उडाने वालों को करारा जबाब मिल जाए*
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