आजादी के दिन का इंतज़ार मंगलम्।
पर उपदेश कुशल बहुतेरे हैं हजार मंगलम्।।
कोरे भाषण से न होगा बेड़ापार मंगलम्।
ऐंसे ही उपदेश सुनेगी जनता पांच साल मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
बढ़ रहे भूँख -महँगाई - व्यभिचार मंगलम्।
उफान पर है कालाधन -कालाबाजार मंगलम्।।
बेकारी का नहीं रहा पारावार मंगलम्।
पहले से भी ज्यादा हो रहे -अनाचार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
पूँजीवाद हुआ और ज्यादा खूंखार मंगलम्।
हो रहे घोटाले व्यापम -भृष्टाचार मंगलम्।।
सिस्टम में नई -नई जोंकें हजार मंगलम्।
खाद्दयान में घुसा रहा सट्टा- बाजार मंगलम् ।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
ऍफ़ डी आई की छूट है अपार मंगलम् ।
सत्ता के दलालों का आधार मंगलम्।।
अमीरों ने मचाई लूटमार मंगलम्।
आर्थिक नीति है बदकार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सिस्टम में कैसे हो सुधार मंगलम्।
जगह -जगह छेद हैं अपार मंगलम्।।
आयात का बढ़ रहा उधार मंगलम्।
घरेलू उत्पादन हुआ बंटाढार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सुधार के कुछ तो दिखाओ आसार मंगलम्।
अच्छे दिन जल्दी लायें - आभार मंगलम्।।
अभी तो है जनता आपसे निराश मंगलम्।
कहाँ का सुशासन और विकाश मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
बक्त माँगता कुर्बानी तो देंगे बलिदान मंगलम्।
तेज होगी फिर से जनता के संघर्ष की धार मंगलम्।।
विनाशकारी नीतियों के खिलाफ होगा सिंहनाद मंगलम्।
नहीं चलेगा लालकिले से भाषण -लालीपाप मंगलम्।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
श्रीराम तिवारी
पर उपदेश कुशल बहुतेरे हैं हजार मंगलम्।।
कोरे भाषण से न होगा बेड़ापार मंगलम्।
ऐंसे ही उपदेश सुनेगी जनता पांच साल मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
बढ़ रहे भूँख -महँगाई - व्यभिचार मंगलम्।
उफान पर है कालाधन -कालाबाजार मंगलम्।।
बेकारी का नहीं रहा पारावार मंगलम्।
पहले से भी ज्यादा हो रहे -अनाचार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
पूँजीवाद हुआ और ज्यादा खूंखार मंगलम्।
हो रहे घोटाले व्यापम -भृष्टाचार मंगलम्।।
सिस्टम में नई -नई जोंकें हजार मंगलम्।
खाद्दयान में घुसा रहा सट्टा- बाजार मंगलम् ।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
ऍफ़ डी आई की छूट है अपार मंगलम् ।
सत्ता के दलालों का आधार मंगलम्।।
अमीरों ने मचाई लूटमार मंगलम्।
आर्थिक नीति है बदकार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सिस्टम में कैसे हो सुधार मंगलम्।
जगह -जगह छेद हैं अपार मंगलम्।।
आयात का बढ़ रहा उधार मंगलम्।
घरेलू उत्पादन हुआ बंटाढार मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
सुधार के कुछ तो दिखाओ आसार मंगलम्।
अच्छे दिन जल्दी लायें - आभार मंगलम्।।
अभी तो है जनता आपसे निराश मंगलम्।
कहाँ का सुशासन और विकाश मंगलम्।।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
बक्त माँगता कुर्बानी तो देंगे बलिदान मंगलम्।
तेज होगी फिर से जनता के संघर्ष की धार मंगलम्।।
विनाशकारी नीतियों के खिलाफ होगा सिंहनाद मंगलम्।
नहीं चलेगा लालकिले से भाषण -लालीपाप मंगलम्।
'प्रधान सेवक' जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !
श्रीराम तिवारी
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