शनिवार, 16 अगस्त 2014

नहीं चलेगा लालकिले से भाषण -लालीपाप मंगलम्।

     आजादी के दिन  का  इंतज़ार मंगलम्।

     पर उपदेश कुशल बहुतेरे हैं  हजार  मंगलम्।।

      कोरे भाषण से  न  होगा   बेड़ापार मंगलम्।

      ऐंसे ही उपदेश सुनेगी जनता पांच साल मंगलम्।। 

    'प्रधान सेवक' जी  का भाषण धुआंधार मंगलम् ! 

 
        बढ़ रहे  भूँख -महँगाई - व्यभिचार मंगलम्।

        उफान पर है  कालाधन -कालाबाजार मंगलम्।।

        बेकारी   का नहीं रहा  पारावार  मंगलम्।

        पहले से  भी ज्यादा हो  रहे -अनाचार मंगलम्।।

       'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् ! 

      

        पूँजीवाद हुआ और ज्यादा  खूंखार  मंगलम्।

        हो रहे  घोटाले व्यापम  -भृष्टाचार मंगलम्।।

       सिस्टम में  नई -नई  जोंकें  हजार मंगलम्।

       खाद्दयान में घुसा रहा  सट्टा- बाजार मंगलम् ।

       'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !



       ऍफ़ डी आई की छूट है  अपार  मंगलम् ।

      सत्ता  के दलालों  का आधार मंगलम्।।

      अमीरों  ने मचाई   लूटमार मंगलम्।

      आर्थिक नीति  है बदकार  मंगलम्।।

     'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !



        सिस्टम में कैसे हो  सुधार मंगलम्।

       जगह -जगह  छेद हैं  अपार  मंगलम्।।

       आयात का बढ़ रहा  उधार मंगलम्।

      घरेलू उत्पादन  हुआ बंटाढार मंगलम्।।

       'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !



         सुधार के कुछ तो दिखाओ  आसार मंगलम्।

        अच्छे दिन जल्दी  लायें - आभार  मंगलम्।।

        अभी तो है जनता आपसे निराश  मंगलम्।

       कहाँ का  सुशासन और विकाश मंगलम्।।

       'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !



        बक्त माँगता कुर्बानी तो  देंगे बलिदान मंगलम्।

       तेज  होगी  फिर से  जनता के संघर्ष की धार मंगलम्।।

        विनाशकारी नीतियों के खिलाफ होगा   सिंहनाद मंगलम्।

        नहीं चलेगा लालकिले से  भाषण -लालीपाप  मंगलम्।

         'प्रधान सेवक'  जी का भाषण धुआंधार मंगलम् !


                    श्रीराम तिवारी     

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